पिपरौली ब्लॉक में लंपी बीमारी का टीकाकरण लक्ष्य के करीब।  


अन्य | 30 Sep 2023

लंपी बीमारी से पशु धन को बचाने के लिए पशुपालन विभाग पूरी सजगता के साथ कार्य कर रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा लंपी बीमारी के बचाव के लिए रोग प्रतिरोधक टीका कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। इसमें चार महीने से ऊपर के पशुओं को वैक्सीन लगाई जाती है।ब्लॉक में अब तक दस हजार टीकाकरण के सापेक्ष  8200 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है।उपरोक्त बातें पिपरौली पशु चिकत्सालय के प्रभारी डाक्टर बी के सिंह ने बताया।वह शनिवार को क्षेत्र के नेवास गांव में पशु टीकाकरण का सत्यापन कर रहे थे।
उन्होंने पशुपालकों को रोग के प्रति सावधान करते हुए बताया कि लम्पी से संक्रमित पशुओं को बाकी पशुओं से अलग रखना चाहिए। मच्छर और मक्खी की रोकथाम का उचित प्रबंध करना चाहिए। लंपी वायरस से पीड़ित पशु को वैक्सीन लगवाने के साथ-साथ स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
उन्होंने बताया कि इस रोग का कोई प्रभावी उपाय नहीं है। इस बीमारी से पशु तभी लड़ सकता है जब उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता हो। उचित देखभाल न किए जाने पर पशु की मौत भी हो जाती है। लंपी वायरस का पशु में पांच से सात दिन तक असर रहता है। पीड़ित पशु का उचित उपचार होने से पशु एक सप्ताह में ठीक हो जाता है। लंपी वायरस से पीड़ित पशु का टीकाकरण करवाने के साथ-साथ चिकित्सक द्वारा दिए गए जरूरी दिशा निर्देशों की पालना करनी होगी।



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