खर दूषण के दरबार का मंचन देख दर्शकों ने लिया आनन्द


Kolhui

News desk | 18 Nov 2023

 

कोल्हुई बाजार, महाराजगंज। नौतनवा थाना क्षेत्र अंतर्गत बरगदवा अयोध्या में रामलीला के चौथे दिन खर दूषण का दरबार देखकर दर्शकों ने लिया आनन्द और देखकर झूम उठे।
बता दें कि श्री आदर्श धर्म प्रचार रामलीला समिति बरगदवा अयोध्या में आयोजित रामलीला के चौथे दिन की शुरुआत पंचवटी से हुई। पंचवटी में निवास कर रहे राम लक्ष्मण और सीता को देख रावण की बहन सूर्पनखा सुन्दरी का रूप बनाकर शादी करने की जिद कर रही थी और अंत में लक्ष्मण ने उसका नांक काट दिया।सूपनखा रोती हुई अपने भाइयों के पास पहुंचीं। भाइयों ने उसका बदला लेने के लिए राम और लक्ष्मण से युद्ध हुआ जिसमें खर, दूषण और तृष्णा का बध हो गया। इसके बाद रावण ने भी युद्ध करने को सोचा लेकिन वह समझ गया कि कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि स्वयं ईश्वर ने बध किया था।
इसके बाद रावण अपने मामा मारीच के पास गया और मारीच से कहा कि मामा आप सोने का मृग बन जाना और मैं बाबा जी बन जाउंगा।
इस प्रकार मारीच सोने का मृग बनकर पंचवटी के पास घूमने लगा। सीता उस मृग को देखकर ललचा गयीं और राम से उसका शिकार कर लाने को कहा।सोने का बना म‌ग राम को सुदूर लेकर चला गया। मृग को बाण लगते ही मारीच बना मृग हाय लक्ष्मण की आवाज सीता को सुनाई दी। तुरंत लक्ष्मण को उनकी सहायता करने के लिए भेज दिया। लक्ष्मण अग्नि रेखा खींच कर उसके भीतर रहने को कहकर सहायता के लिए चल दिया ,उधर रावण अपना भेष बदलकर साधू के रूप में सीता के पास भीख मांगने आया। भिक्षा देने के लिए ज्यों सीता जी भिक्षा देने के लिए बाहर आईं , तुरंत कुटिल रावण सीता को अपने पुष्पक विमान पर बैठाकर लंका की ओर चल दिया।इस प्रकार से रावण सीता को हर ले गया। रास्ते में संपाती जटायु ने रावण को रोका लेकिन रावण ने अपने तलवार से उसके पंख काट दिया।
जब इसका पता राम को पता चला तो राम अपनी सेना लेकर लंका की ओर चल दिया और राम -रावण भीषण युद्ध हुआ जिसमें रावण का बध हुआ। उसके बाद राम विभीषण को लंका का राजा बनाकर राम, लक्ष्मण और सीता तथा हनुमान सहित अयोध्या वापस आये।


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