DDU में पुराने छात्रों पर नहीं लागू होगी बढ़ी फीस, विवि के निर्णय पर वित्त समिति व कार्य परिषद ने लगाई मुहर


गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूराने छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। सत्र 2023-24 के लिए प्रवेश लेने से पहले शुल्क बढ़ा दिया था। अब अगले सेमेस्टर में पुराने छात्रों से ली गई फीस समायोजित होगी। इन छात्रों पर बढ़ी हुई फीस नहीं लागू होगी। विश्वविद्यालय के इस निर्णय से अब विद्यार्थियों और पीएचडी के शोधार्थियों को राहत मिल गई है।

विनोद मौर्य | 30 Sep 2023

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने फीस वृद्धि को लेकर छात्रहित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। निर्णय के मुताबिक वर्तमान सत्र में बनाया गया फीस वृद्धि का नियम बीते सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्रों पर लागू नहीं होगा। स्व-वित्तपोषित पाठ्यक्रम में जिन पुराने छात्रों से बढ़ी हुई फीस ले ली गई है, उनकी अतिरिक्त फीस आगामी सेमेस्टर में समायोजित कर ली जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस निर्णय पर वित्त समिति और कार्य परिषद के सदस्यों ने भी मुहर लगा दी।

विश्वविद्यालय के इस निर्णय से अब स्व-वित्तपोषित पाठ्यक्रमों में तीसरे व पांचवें सेमेस्टर के विद्यार्थियों और पीएचडी के शोधार्थियों को बढ़ी फीस देने से राहत मिल गई है। सत्र 2023-24 के लिए पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने से पहले विश्वविद्यालय प्रशासन ने लगभग सभी स्व-वित्तपोषित पाठ्यक्रम का शुल्क बढ़ा दिया था। चूंकि यह शुल्क वृद्धि बीते सत्रों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों पर भी प्रभावी कर दी गई थी, ऐसे में इसे लेकर छात्रों का विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया था।


शुल्क वृद्धि का निर्णय लेने वाले कुलपति प्रो. राजेश सिंह के स्थान पर प्रो. पूनम टंडन ने कुलपति का कार्यभार संभाला तो विद्यार्थियों ने निर्णय में बदलाव को लेकर उनसे भी गुहार लगाई। प्रो. पूनम ने विषय को गंभीरता से लिया और इसे लेकर पूरी जानकारी प्राप्त की तो पता चला कि नए नियम को पुराने विद्यार्थियों पर भी लागू करने के चलते ज्यादा दिक्कत आई है। ऐसे में यह निर्णय लिया गया कि नया नियम नए विद्यार्थियों पर ही लागू होगा। वित्त समिति और कार्यपरिषद की मुहर लग जाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन का यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया जाएगा।

छात्रसंघ बहाली के लिए धरने पर रहे छात्रनेता

डीएवी पीजी कालेज में छात्रसंघ चुनाव बहाली के लिए अंकित पांडेय के नेतृत्व में छात्रों ने शुक्रवार को कालेज परिसर में धरना दिया। छात्रनेताओं ने बूट पालिश कर महाविद्यालय प्रशासन के कथित रवैये का विरोध जताया। अंकित ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव न होने तक सत्याग्रह जारी रहेगा। धरने के समर्थन में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह, महानगर कांग्रेस कमेटी के आशुतोष तिवारी, योगेश प्रताप सिंह आदि पहुंचे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने माना संघर्ष की जीत

पुराने छात्रों को गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा शुल्कवृद्धि से मुक्त करने को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने संघर्ष की जीत बताई है। परिषद के प्रांत मंत्री सौरभ गौड़ ने कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन का निर्णय विद्यार्थी परिषद के आंदोलन की सफलता को प्रदर्शित करने वाला है। प्रांत मंत्री ने मांग की है कि जिन पुराने छात्रों से बढ़ी हुई फीस ली गई है, उन्हें तत्काल वापस करना सुनिश्चित किया जाएगा।

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