शुल्क वृद्धि का निर्णय लेने वाले कुलपति प्रो. राजेश सिंह के स्थान पर प्रो. पूनम टंडन ने कुलपति का कार्यभार संभाला तो विद्यार्थियों ने निर्णय में बदलाव को लेकर उनसे भी गुहार लगाई। प्रो. पूनम ने विषय को गंभीरता से लिया और इसे लेकर पूरी जानकारी प्राप्त की तो पता चला कि नए नियम को पुराने विद्यार्थियों पर भी लागू करने के चलते ज्यादा दिक्कत आई है। ऐसे में यह निर्णय लिया गया कि नया नियम नए विद्यार्थियों पर ही लागू होगा। वित्त समिति और कार्यपरिषद की मुहर लग जाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन का यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया जाएगा।
छात्रसंघ बहाली के लिए धरने पर रहे छात्रनेता
डीएवी पीजी कालेज में छात्रसंघ चुनाव बहाली के लिए अंकित पांडेय के नेतृत्व में छात्रों ने शुक्रवार को कालेज परिसर में धरना दिया। छात्रनेताओं ने बूट पालिश कर महाविद्यालय प्रशासन के कथित रवैये का विरोध जताया। अंकित ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव न होने तक सत्याग्रह जारी रहेगा। धरने के समर्थन में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह, महानगर कांग्रेस कमेटी के आशुतोष तिवारी, योगेश प्रताप सिंह आदि पहुंचे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने माना संघर्ष की जीत
पुराने छात्रों को गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा शुल्कवृद्धि से मुक्त करने को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने संघर्ष की जीत बताई है। परिषद के प्रांत मंत्री सौरभ गौड़ ने कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन का निर्णय विद्यार्थी परिषद के आंदोलन की सफलता को प्रदर्शित करने वाला है। प्रांत मंत्री ने मांग की है कि जिन पुराने छात्रों से बढ़ी हुई फीस ली गई है, उन्हें तत्काल वापस करना सुनिश्चित किया जाएगा।